9 अजीब चीजे जो अअंटार्कटिका में मिलीं !

अंटार्कटिका (या अन्टार्टिका) पृथ्वी का दक्षिणतम महाद्वीप है, अंटार्कटिका, विश्व का सबसे ठंडा, शुष्क और तेज हवाओं वाला महाद्वीप है और सभी महाद्वीपों की तुलना में इसका औसत उन्नयन सर्वाधिक है!  तो आईये जानते है उन आश्चर्यचकित चीजों के बारे में जो यहाँ खोजी गयी |


1. खून का झरना

अपने अक्सर इंटरनेट पर कई फोटो देखे होंगे जिनमे झरने से लाल रंग वाला पानी गिर रहा होता है, पहली नज़र में वास्तव में आपको लगेगा का ये खून ही है पर असलियत कुछ और ही है, इस खुनी झरने की शुरुआत की कहानी इतनी नाटकीय नहीं है जितना ये दीखताहै इस असामान्य झरने के पानी का लाल रंग होने का काराण है की इस झरने में बहुत ही उच्च मात्रा में आयरन ऑक्साइड  मौजूद है इसी के कारण इस झरने के पानी का रंग लाल है और ये खून जैसा दीखता है |

2. प्राचीन जीवाश्म
 
वैज्ञानिको को मानना है की प्राचीन काल में डायनसोर की प्रजाति अंटर्कटिका में भी रही होंगी जो भी जीवाश्म इस महाद्वीप में पाए गए हैं वो 72 मिलियन साल पुराने हैं ये जीवाश्म पूर्व ऐतिहासिक पंछीओ व समुन्द्र में पाए जाने वाले जीवो के हैं | वैज्ञानिको ने अंटार्कटिका पे डायनासोर्स की मौजूदगी की पुष्टि की है! अंटार्कटिका पे डायनासोर्स का अस्तित्व 70 से 200 मिलियन साल पुराना है |

 इस से पहले की आप ये सोचे की ये जीव अंटार्कटिका के इतने कठिन वातावरण में कैसे बचे तो हम आपको को ये बताना चाहते हैं की अंटार्टिका हमेशा से ऐसा ठंडा वातारवरण वाला महाद्वीप नहीं था | प्राचीन काल में अंटार्कटिका प्रशांत महासागर के दक्षिणी पूर्वी क्षेत्र में था जिसकी वजह से वहां का तापमान बहुत ज्यादा गर्म था |

3. सुखी घाटियां

अंटार्कटिका चारो तरफ से बर्फ ढाका हुआ है इस कारण हम में से कोई भी ये यकीन नहीं करेगा की यहाँ सुखी व बाँझ घाटियां भी पायी जाती हैं  पर सचाई यह है की अंटार्कटिका बिना बर्फ और पानी वाली सुखी घाटिओ से भरी पड़ी है | 

अंटार्टिका में जिस क्षेत्र में ये घटिया पायी जाती हैं उस क्षेत्र की नमी बहुत कम है और वहां 2 मिलियन साल से बारिश भी नहीं हुई है बारिश न होने का कारण है इस क्षेत्र में बहने वाली बहुत तेज हवा | यह हवा 200 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से बहती है जिसके कारण सारी बर्फ व पानी हवा में ही लुप्त हो जाती है| इस जगह के वातावरण को मंगल गृह के वातावरण जैसा माना जाता है |

4. 100 साल पुरानी व्हिस्की

जैसा की आपने सुना ही होगा जितनी पुरनी शराब उतनी बढ़िया उसका स्वाद, आप विशवास करे या नहीं पर वैज्ञानिको  को अंटार्कटिका पे  100 साल पुरानी शराब के 2 डब्बे अंटार्कटिका की बर्फ के अंदर छुपे हुए मिले पर इसमें एक और विशेष बात यह है की वैज्ञानिको ने इन्हे मिलते ही नहीं खोला यह सोच के कही उन्हें खोलने के चक्कर में वो अपनी खोजी हुई चीजों को ख़राब न कर दें | उन लोगो ने कुछ साल इंतेज़ार किया जब तक की इन बोतल को खोलने के लिए जरुरी उपकरण न बना लिए गए | उपकरणों के बन जाने के बाद वैज्ञानिको ने बोतल के अंदर जमी हुई बर्फ पिघलाई जिसे पिघलने में 2 हफ्ते का समय लगा |

5. भूमिगत नदियां

वैज्ञानिको ने अंटार्टिका महाद्वीप के अंदर 400 से भी ज्यादा नदिओं के होने अंदाजा लगाया है और लोगो का मानना है की ये किसी जादू से काम नहीं के इतने ठन्डे तापमान में भी ये नदियां जमती नहीं हैं | पर इसका जवाब वैज्ञानिको ने खोज निकला है और उन्होंने ने इसकी 2 व्याख्यान दिए है

i)  अंटार्कटिका की बर्फ के बहुत ज्यादा दबाब के कारण पानी हमेशा तरल अवस्था में ही रहता है चाहे                        अंटार्कटिका का  तापमान शरीर ज़माने वाले तापमान पे क्यों न पहुंच जाये |

ii)  पृथ्वी के मूल से इस जगह को इतनी तपिश मिलती है जिसके कारण नदियां हमेशा तरल अवस्था में रहती हैं |

अंटार्टिका में मौजूद अभी भी सक्रिय हैं और उन नदिओं के अंदर जिव जंतु भी पाए गए हैं | इसका उदहारण ढूंढने के लिए उन्होंने 2013 मैं अंटार्टिका की सतह के अंदर 2300 फ़ीट अंदर तक खुदाई की और उन्हें छुपी हुइ भूमिगत नदी मिली जिसके अंदर उन्हें ठण्ड प्रतिरोधी बैक्टीरिया भी मिले, ये बेक्टीरिआ इस खोज से पहले दुनिआ में आज तक कभी भी नहीं पाए गए |

6. बहुत ही डरावना जीव

जब वैज्ञानिक खुदाई कर रहे थे और वो 1100 फ़ीट की गहराई पे थे उन्होंने एक बहुत ही डरावनी खोज की उनका ऐसे जीव से सामना हुआ जिसकी शरीर की संरचना बहुत अजीब थी और ये इस से पहले दुनिआ में कभी न ही कहि देखा गया था न ही कही मिला था | इस जीव की लमबाई 8 फ़ीट थी और इसके शरीर की हड्डिया उभरी हुई थी और ये  अपने मस्तिषक के बिना भी जीवित रह सकता था | जो की हमारे वैज्ञानिको के लिए बहुत डरावना व अचम्भे से भरा हुआ था |

7. लम्बी खोपड़ियां

अंटार्टिका की सतह के अंदर बहुत सी लम्बी खोपडिया भी खोजी गयी हैं जिन्हे की यहाँ की सतह के अंदर दफ़न किया गया था | इन खोपडीओ का आकर वैसा ही था जैसी खोपडिया प्राचीन पेरुनिअन व इजिप्ट सभयता में पाई जाती थी और इस खोज से यह पता चला की प्राचीन काल में अफ़्रीकी, दक्षिण अमेरिका व अंटार्कटिका सभ्यता एक दूसरे के संपर्क में थे |

8. असामान्य जानवरो के शरीरी टुकड़े

जैसा की अभी हमने आपको ऊपर अंटार्कटिका में पाए जाने वाले डरावने जानवरो के बारे में बताया वैज्ञानिको ने कुछ ऐसे शरीरी टुकड़ो की भी खोज की है जो असामान्य जानवरो के हैं और आज तक कही भी नहीं पाए गए और यह दिखने में भी बहुत्त अजीब है ! यहाँ की बर्फ में बहुत से ऐसे जानवरो के जीवाश्म पाए गए हैं  जो की आकर में आज के शेरो व बाघों जितने थे पर उनके जैसे नहीं थे और ये जानवर अंडे भी देते थे | ऐसा कहा जाता है की ये जानवर आज के ज़माने के जानवरो के दूर के रिश्तेदार थे जो की 250 मिलियन साल पहले दुनिआ से विलुप्त हो गए |

9. जमा हुआ जहाज

सन  1911 में इम्पीरिअल ट्रांस ने अंटार्कटिका में एक अभियान चलाया इस अभियान के तहत अंटार्टिकामहाद्वीप के एक तरफ से दूसरी तरफ पार करने का सफर तय करना था इस अभियान के लिए दो जहाजों को उपयोग किया गया | दोनों ही जहाजो ने अलग अलग सागरो से अपना सफर शुरू किया |

पहले जहाज का नामा था Endurance जिसे की अपना सफर वेडेल सागर से शुरू करना था दूसरे जहाज का नाम था Aurora  जिसे अपना सफर रॉस सागर से शुरू करना था | पर दुर्भाग्य से Endurance जहाज अंटार्टिका महाद्वीप के बीच में जाके फँस गया |

 इस जहाज के यात्रिओ को अपनी जान बचाने के लिए जीवन रक्षक नावों से इस बर्फीले रेगिस्तान में यात्रा करनी पड़ी जब ये लोग सुरक्षित नजदीकी व्हेलिंग  स्टेशन पे पहुँच गए तो जहाज पे फसे हुए और लोगो को बचने के लिए एक बचाव टीम भेजी गयी | इस जहाज के सभी कर्मचारीओ को बचने में 17 माह का समय लगा पर सभी को बचा लिया गया |आप Endurance  जहाज को आज भी अंटार्टिका में देख सकते हैं |



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